The best Side of success stories of famous personalities
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लेकिन, फिर भी कुछ ऐसी बातें हैं जो सफल लोगों में आम होती हैं। यहाँ कुछ सफल लोगों की सफलता की कहानियाँ हैं, जिनसे आप प्रेरणा ले सकते हैं :-
उसका पिता, एक पेशेवर रसोइया, उसे रसोई घर में ले आया। उसने पानी से तीन घड़े भरे और प्रत्येक को एक उच्च आग पर रखा।
इस पर, बीरबल ने जवाब दिया, “वह सब मुझे ठीक लगता है। लेकिन अगर आपने पानी बेचा है और पानी आपका है, तो आपके पास अपने कुएं में पानी रखने का कोई व्यवसाय नहीं है। पानी निकालें या तुरंत सभी का उपयोग करें। अगर पानी कुएँ के मालिक का नहीं होगा ”।
परन्तु दरिद्र व्यक्ति ने आज बहुत दिनों बाद डट कर खाना खाया था, उसे खाना खाते ही आलश्य आ गया उसने सोंचा कि थोड़ी देर में जाकर सोना ले आऊंगा अभी थोड़ा आराम कर लेता हूँ अतः वह आराम करने के लिए टेल गया। व्यक्ति गहरी नींद का आनंद लेने लगा, जैसे-तैसे करके उसकी पत्नी ने उसे उठाया और राजमहल की तरफ रवाना कर दिया।
सुदामा ने पहरेदारों से अनुरोध किया कि वे कम से कम कृष्ण को सूचित करें कि उनके मित्र सुदामा उनसे मिलने आए हैं। गार्ड, हालांकि अनिच्छुक, जाता है और प्रभु को सूचित करता है। यह सुनकर कि सुदामा यहाँ थे, कृष्ण जो कुछ भी कर रहे थे उसे करना बंद कर देते हैं और अपने बचपन के दोस्त से मिलने के लिए नंगे पैर दौड़ते हैं।
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After I used to be comfy with anything I'd discovered, I labored toward opening my cafe, which I named just after my mother. It has not been without the need of its own set of challenges, but I don’t regret my conclusion. I love currently being In this particular scene and Assembly new people. I assume it reminds me of my Mother.”
मै तो भोजन करके ही जाऊंगा वैसे भी सारा दिन पड़ा है धन लाने के लिए अभी जल्दबाजी भी get more info क्या है। बेचारी स्त्री क्या करती दौड़ी-दौड़ी गयी और बनिए से उधार में सामान लेकर आयी। जल्दी से खाना बनायीं और पति को खिलाई फिर राजमहल जाने के लिए तुरंत आग्रह करने लगी।
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बेचारे व्यक्ति को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई वह जोर-जोर से रोता व सर को पटकता हुआ घर की तरफ वापस लौटा – उसने समय की कीमत को नहीं समझा इसलिए उसे पछताना पड़ा
गाँधी जी सबसे पहले मिठाई पड़ोस में रहने वाले सफाई कर्मी को देने लगे.
“After i was 40 decades old, my wife died of a exceptional liver condition. She was 34. At some time, we experienced a 10-yr-old daughter and I used to be the co-operator of a silkscreen small business in San Francisco. Just after her death, I noticed there was something bigger I needed to do in my lifestyle, but had no clue what. So, I offered my 50 percent of the company to my lover and waited for steerage to understand what to carry out following. My spouse had a great humorousness and, Even though there were a great deal of tears in the three many years of her terminal disease, there was lots of laughter.
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“जब प्रतिकूलता आपके दरवाजे पर दस्तक देती है, तो आप कैसे प्रतिक्रिया देते हैं?